2-line-shayari
दिल दुखाया करो….
दिल दुखाया करो इजाजत है
भूल जाने की बात मत करना
काश किस्मत भी नींद….
काश किस्मत भी नींद की तरह होती ,
हर सुबह खुल जाती….
जिंदा रहने की अब यह….
जिंदा रहने की अब यह तरकीब निकाली है ,
जिंदा होने की खबर सब से छुपा ली है
जिंदगी हमेशा एक नया….
जिंदगी हमेशा एक नया मौका देती है
सरल शब्दों में उसे ‘कल’ कहते हैं !!
कड़ी से कड़ी जोङते जाओ….
कड़ी से कड़ी जोङते जाओ तो जंजीर बन जाती है॥
मेहनत पे मेहनत करो तो तक़दीर बन जाती है।
जिंदगी में क्यों भरोसा….
जिंदगी में क्यों भरोसा करते हो गैरो पर,
जब चलना है अपने ही पैरों पर!
ज़िन्दगी की हर शाम…
ज़िन्दगी की हर शाम हसीन हो जाए….
अगर मेरी मोहब्बत मुझे नसीब हो जाये
बेगुनाह कोई नहीं….
बेगुनाह कोई नहीं, राज़ सबके होते हैं,
किसी के छुप जाते हैं, किसी के छप जाते हैं |
आखिर क्यों बस जाते हैं….
दिल में बिना इजाज़त लिए ?
वो लोग जिन्हे हम ज़िन्दगी में कभी पा नहीं सकते
लोग खुदा को हर….
लोग खुदा को हर दिन देखतें हैं,
वे सिर्फ उसे पहचानतें नहीं
होने वाले ख़ुद ही….
होने वाले ख़ुद ही अपने हो जाते हैं,
किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता।
किसकी मजाल थी जो….
किसकी मजाल थी जो हमको खरीद सकता था,
हम तो खुद ही बिक गए हैं खरीदार देख कर।
तेरी बेवफाई पे लिखूंगा….
तेरी बेवफाई पे लिखूंगा ग़ज़लें,
सुना है हुनर को हुनर काटता है
हमें तो कबसे पता था….
हमें तो कबसे पता था की तू बेवफ़ा है !
तुझे चाहा इसलिए कि
शायद तेरी फितरत बदल जाये !!
खुदा करे किसी को मोहब्बत….
खुदा करे किसी को मोहब्बत मे जुदाई ना मिले,
कभी भी किसी को इश्क़ में बेवफ़ाई ना मिले,
अभी तो हम मैदान में….
अभी तो हम मैदान में उतरे ही नहीं,
और लोगों ने हमारे चर्चे शुरू कर दिये।।
मेरा वक़्त बदलेगा….
मेरा वक़्त बदलेगा रुतबा नहीं,
तेरी क़िस्मत बदलेगी औकात नहीं
दुशमन सामने आने से….
दुशमन सामने आने से भी डरते थे,
और वो पगली दिल से खेल कर चली गई!!
तुम क्यां डराओगे….
तुम क्यां डराओगे हमें मंजर से
हम तो पीठ भी खुजाते हैं खंजर से।
इंतजार मत करो….
इंतजार मत करो ,
जितना तुम सोचते हो जिंदगी
उससे कहीं ज्यादा तेजी से निकल रही है