चर्चा हुई जब ऊपरवाले
चर्चा हुई जब ऊपरवाले की मेहरबानियों की,
तो मैंने खुद को बेहद ख़ुशनसीब पाया,
जब ज़िन्दगी में जरूरत पड़ी एक अच्छे दोस्त की,
ऊपरवाला खुद ही दोस्त बनकर चला आया
चर्चा हुई जब ऊपरवाले की मेहरबानियों की,
तो मैंने खुद को बेहद ख़ुशनसीब पाया,
जब ज़िन्दगी में जरूरत पड़ी एक अच्छे दोस्त की,
ऊपरवाला खुद ही दोस्त बनकर चला आया
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