जिंदगी की जरूरतों के पीछे,
जिंदगी की जरूरतों के पीछे,
रोज निकल पडते ते हम घरसे,
इन दिनों जिंदा रहने के लिए,
खुद को घर में ही कैद कर लिया।
जिंदगी की जरूरतों के पीछे,
रोज निकल पडते ते हम घरसे,
इन दिनों जिंदा रहने के लिए,
खुद को घर में ही कैद कर लिया।