bhagat singh shayari punjabi
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Shaheed Diwas
आसान कोनी क्रांतिकारी बनना,
आसान कोनी क्रांतिकारी बनना, दूसरा की खुशियां खातर मरना पड़ा करै.जय हिन्द
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आसान कोनी क्रांतिकारी बनना, दूसरा की खुशियां खातर मरना पड़ा करै.जय हिन्द
Read More »तन की मोहब्बत में, खुद को तपाये बैठे हैं, मरेंगे वतन के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठे हैं
Read More »मरने के बाद भी जिसके नाम मे जान हैं, ऐसे जाबाज़ शहीद हमारे भारत की शान है देश के उन वीर जवानों को सलाम जय हिन्द
Read More »सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से, ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों से.
Read More »वो इश्क का आलम भी गजब रहा होगा … राझाँ” जिसमे भगतसिंह” और “हीर” जिसमे “आज़ादी” रही होगी…
Read More »जशन आज़ादी का मुबारक हो देश वालो को, फंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालो को। देश के शहीदो को नमन।
Read More »मैं जला हुआ राख नही, अमर दीप हूँ, जो मिट गया वतन पर, मैं वो शहीद हूँ।
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