घर में आये शुभ संदेश धरकर खुशियों का वेश पुराने साल को अलविदा हैं भाई हैं सबको नवीन वर्ष की बधाई
पिछली यादे गठरी में बाँधकर करे नये वर्ष का इंतजार लाये खुशियों की बारात ऐसी हो गुडी पड़वा से परम्परागत शुरुवात