वख्त के लमहे परिंदे बन
वख्त के लमहे परिंदे बन के उड़ जायँगे।
पर यादों के निशान छोड़ जायँगे।
दोस्त बन कर हम दोस्ती निभायेगें।
पर आपके जैसा दोस्त कहा से पाएंगे।
वख्त के लमहे परिंदे बन के उड़ जायँगे।
पर यादों के निशान छोड़ जायँगे।
दोस्त बन कर हम दोस्ती निभायेगें।
पर आपके जैसा दोस्त कहा से पाएंगे।