यहाँ सब खामोश हैं

यहाँ सब खामोश हैं कोई आवाज़ नहीं करता,
सच बोलकर कोई, किसी को नाराज़ नहीं करता।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button